महुआ घटवारिन मेरी भी प्रिय रचना है: पंकज सुबीर
पंकज सुबीर, यह नाम हिन्दी साहित्य में भावप्रवण युवा साहित्यकार के रूप में जाना जाता है। पंकज सुबीर ने वर्तमान हिन्दी साहित्य को अपनी खूबसूरत रचनाएं दी है। हाल ही में उन्हें अंतर्राष्ट्रीय 19वें कथा...
View Articleविकास के परचम तले खेती हुई लापता : अनुपम मिश्र
पर्यावरण महज प्राकृतिक संसाधनों से मिलकर नहीं निर्मित होता बल्कि सुखद पर्यावरण बनता है मानव और प्रकृति के बीच परस्पर सहज संबंध से। इसी संबध की नई परिभाषा रच रहे हैं प्रख्यात पर्यावरणविद् अनुपम मिश्र।...
View Articleघर की याद में चित्रकार बन गया : प्रभु जोशी
ख्यात चित्रकार एवं कथाकार प्रभु जोशी के दो चित्रों को अमेरिका एवं अन्य चार राष्ट्रों द्वारा संचालित 'बेस्ट इंटरनेशनल आर्ट गैलरी का विशेष पुरस्कार दिया गया है। तैलरंग में उनके चित्र 'स्माइल ऑफ चाइल्ड...
View Articleदेहात की दुर्दशा ने बनाया कथाकार-सत्यनारायण पटेल
देहात की दुर्दशा और कठिनाइयों को बेहद नजदीक से देखा है। इसी ने मुझे कहानीकार बनने को विवश कर दिया था। सच कहूं तो आधुनिकता के बावजूद देहात अब भी दुर्भाग्य की बस्तियां मानी जाती है और यहां पैदा हुए इंसान...
View Articleतहख़ाना...जहां संवरता है लफ़्ज़ों का हुस्न
बेतरतीब लकीरें रफ़्ता-रफ़्ता अक़्ल के दख़ल और उंगलियों की कसरत से अक्षरों की शक्ल इख़्तियार कर लेती हैं...बढ़ती उम्र के साथ धीरे-धीरे इन अक्षरों की शक्ल-ओ-सूरत भी बनती-संवरती है...मगर जिन लोगों को...
View Articleविदेशी पर्यटकों की हिन्दी शिक्षिका पल्लवी सिंह
मुंबई की पल्लवी ने तय किया कि क्यों न वह भारत आने वाले विदेशियों को सरल और रोचक ढंग से हिन्दी पढ़ाए। पल्लवी ने समझा उन परेशानियों को जो हिन्दी न जानने पर भारत आने वाले विदेशी मित्रों को उठानी पड़ती...
View Articleआलोक कुमार : दुष्यंत के साए से एक मुलाकात
मुझे हमेशा लगता रहा कि एक अजीब-सा कर्ज़ है मुझ पर दुष्यंत कुमार जी का। केवल मुझ पर ही क्यों, मंच से उनके शेर पढ़कर तालियाँ और ट्रॉफियाँ हासिल करने वाले हर वक्ता पर। एकदम से फिट बैठती थीं उनकी पंक्तियाँ...
View Articleविकास के परचम तले खेती हुई लापता : अनुपम मिश्र
पर्यावरण महज प्राकृतिक संसाधनों से मिलकर नहीं निर्मित होता बल्कि सुखद पर्यावरण बनता है मानव और प्रकृति के बीच परस्पर सहज संबंध से। इसी संबध की नई परिभाषा रच रहे हैं प्रख्यात पर्यावरणविद् अनुपम मिश्र।...
View Articleनृत्य में जीवन का हर रंग - ममता शंकर
जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री एवं कोरिओग्राफर ममता शंकर हमेशा नया करने की धुन में लगी रहती हैं। नृत्य-कला इन्हें विरासत में मिली है।
View Articleपेंटिंग हो या कविता हर विधा में खुद को ही निखारती हूं... इरा टाक
रंग, तूलिका, कलम, कविता, कहानी, तस्वीरें, फिल्म और एक भीनी सी मुस्कान...इन सबको मिलाकर बनी है इरा। इरा टाक। एक बहुआयामी नाम जो टीवी की दुनिया से होते हुए सोशल मीडिया के झरोखे से झांका और आज कला के...
View Articleकवयित्री सुनीता जैन नहीं रहीं
शिक्षा और साहित्य का पद्मश्री अलंकरण प्राप्त करने वाली सुनीता जैन नहीं रहीं। जब वे इंदौर आई थीं तब यूं ही चलते-चलते उनसे संक्षिप्त बातचीत हुई थी।
View Articleसाहित्य सम्मेलनों में फिल्म-जगत की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं : चित्रा मुद्गल
अगर आयोजकों को फिल्मी दुनिया के लोगों को भी बुलाना है, तो उन्हें साहित्य सम्मेलनों का नाम बदलकर साहित्य, कला और फिल्म सम्मेलन कर देना चाहिए.... चित्रा मुद्गल
View Articleहॉबी को बनाया करियर, पिक्चर्स क्लिक करते-करते बन गए फैशन फोटोग्राफर
फैज़ अहमद गोहरी इंदौर के नामी फोटोग्राफर्स में से एक हैं जिन्होंने एक छोटे से डिजिटल कैमरे से अपनी फोटोग्राफी की शुरुआत की और आज सेलीब्रिटीज़ और मॉडल्स के साथ शूट करते हैं।
View Articleसच्चे प्यार को प्रदर्शित करता कविता रूपी उपन्यास 'अमोरा'
विशिष्ट अंदाज में लिखा ये उपन्यास आज की युवा पीढ़ी को प्यार के सही मायने समझाने के साथ ही उनका पथ प्रदर्शक साबित होगा।
View Articleरसिया, द डांस ऑफ डिजायर : कला, प्रेम और रिश्तों का सुंदर समीकरण
रसिया, द डांस ऑफ डिजायर में वह सब है जो एक नाजुक मन पढ़ना चाहता है, जो एक सच्चा कलाकार महसूस करता है, जो अपने रिश्तों में ताजगी चाहता है और जो मन की सबसे खूबसूरत अनुभूति प्रेम में है, प्रेम में होना...
View Articleमुझे अपने किरदारों के बेडरूम में झांकना पसंद नहीं है : मालती जोशी
इंदौर। इन दिनों भारतीय समाज के साथ कला-साहित्य जगत में भी स्त्री देह की आजादी और यौन संबंधों के खुलेपन की बहस जोरों पर है, लेकिन 'पद्मश्री' सम्मान के लिए चुनी गई मशहूर हिन्दी कहानीकार मालती जोशी मानती...
View Articleहिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल : नातिया कलाम के हिन्दू शायर 'तिलकराज पारस'
हिन्दू धर्म में जिस तरह जगराता और भजन संध्या जैसा जनमानस को अध्यात्म और भक्ति से जोड़ने व मन को शांति व संकल्प को संतोष देने वाला गीत-संगीत से जुड़ा कार्यक्रम होता है, वैसे ही मुस्लिम समुदाय में नात...
View Articleहिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल : नातिया कलाम के हिन्दू शायर 'तिलकराज पारस'
हिन्दू धर्म में जिस तरह जगराता और भजन संध्या जैसा जनमानस को अध्यात्म और भक्ति से जोड़ने व मन को शांति व संकल्प को संतोष देने वाला गीत-संगीत से जुड़ा कार्यक्रम होता है, वैसे ही मुस्लिम समुदाय में नात...
View Articleहिन्दी आत्मा के सौंदर्य को निखारने की भाषा है : डॉ.पद्मेश गुप्त
डॉ. पद्मेश गुप्त 2007 से ऑक्सफ़ोर्ड में ऑक्सफ़ोर्ड बिजनेस कॉलेज के निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।आप हिन्दी भाषा के विकास को लेकर पूरे दमखम के साथ लगे हुए हैं।
View Articleहिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल : नातिया कलाम के हिन्दू शायर 'तिलकराज पारस'
हिन्दू धर्म में जिस तरह जगराता और भजन संध्या जैसा जनमानस को अध्यात्म और भक्ति से जोड़ने व मन को शांति व संकल्प को संतोष देने वाला गीत-संगीत से जुड़ा कार्यक्रम होता है, वैसे ही मुस्लिम समुदाय में नात...
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